मैं गीतों गजलों का शयार

मैं गीतों गजलों का शायर हूं
सब उसके प्यार को गाता हूं 
जब भी मैं सोचूं उसके बारे में 
उस की यादों में खो जाता हूं//1

इसको देखा उसको देखा कोई न बन पाया अपना
तुझको देखा अरमा जागा दिल ने बोला ये है अपना//2

तुमसे मिलकर हमने जाना प्यार भी होता है कितना दीवाना
अब तो तेरा बनकर रहना है खुद से बस इतना ही कहना है//3

तुझको हमने गा कर देखा खुद को भी तुझमें ही पाया है
गीत भले हो तेरे पर खुद के ही एहसासों को हमने गया है//4

शब्द भले ही  हो मेरे  पर प्रतिमा उसकी ही गढ़ती है
चित्र भले हो मेरा पर रूप उसी का ही बनता है //5

जो मिला दे  उसे भी  याद रखेंगे
जो भुला दे उसे भी याद रखेंगे
यादों को भी अब यादों से मिला दो
इन यादों को अपना बना कर याद रखेंगे//6

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