आलस्य का मार्ग
आलस शब्द कितना सरल और साधारण लगता है मगर यह अपने अंदर भाव का विशाल सागर धन किया हुआ है जिसकी लहरें …
आलस शब्द कितना सरल और साधारण लगता है मगर यह अपने अंदर भाव का विशाल सागर धन किया हुआ है जिसकी लहरें …
शब्द और समझ शब्दों के माध्यम से जब किसी भाव को दर्शना चाहा तो बस कुछ कदम चलने के बाद हिम्मत दम तोड़…
तेरे हुस्न का दीदार इन आंखों से कैसे कर लूं इस रूह की प्यास बरसात से कैसे बुझा लूं तुझे देखने के सब…
चल रहे थे फूलों पर मगर कांटे मिले जो सोचा नहीं था कभी ऐसे इरादे रहें बीच सफर में लगा हम कितने अधू…
रुला कर उसको आज फिर मैं गुनाहगार हो गया भरोसा मुझ पर बहुत था उसे फिर से हैवान हो गया फिर भी वो है क…
उसके नाम लिखी थी जो इबादत उसे बरकरार रखने दो कैसे बताऊं हमदर्द को जो दर्द है उसे अब बरकरार रखने दो.…
जो कहते थे मोहब्बत है सच से कीमत चाहे जो भी हो वो उजालो मैं भी अंधेरों के साए में मिले जब सच ने म…