सूरज की नई किरण की लालिमा
रोशन कर दे सारे जहां को
बिखरी है जहां में जो नकारात्मकता
उसको जला कर सारे जहां को रोशन कर दे रोशन कर दे....
कितना प्यारा दृश्य लगता है सुबह का सूरज से पूछो
रात भर जलने की कोशिश में जिया था
तब जाकर कहीं यह मुकाम आया
खुद को जलाकर ही चमक पाया यह उजाले से पूछो....%
सुबह का सफर बुलाता रहेगा तुम्हें बड़ी दूर तक जाना है
चल कर थक मत जाना शाम तक जाना है
भले ही चलता रहेगा यह क्रम जीवन भर
मगर तुम्हें भवसागर पार कर मौक्ष तक जाना है.....
भले ही अंधेरे लाख हो मगर निराश मत होना
टूट जाएंगे सभी बंधन बैठे मत रहना
रोशनी की किरण कभी तो आएगी रास्ता दिखाने को
इसी इंतजार में निराश मत होना निराश मत होना.....
वक्त बुरा ही सही पर वक्त ही है
कभी तो गुजर जाएगा ही
जीवन की डगर पर चलना कठिन ही सही
कभी तो सीख जाएगा ही
बस दृढ़ निश्चय करके आगे बढ़ने की ही देर है
वक्त भी बदल जाएगा चलना भी आ जाएगा
खुद पर विश्वास करने की देर है......
हर सुबह शाम के होने का पैगाम लाती है
जीवन को जीने का विश्वास दिलाती है
हम चलते रहे सदा प्रगति पथ पर
इसीलिए रोजाना मन में नया विश्वास जगाती है.....
सपने रात भर हमने बहुत देखे
मगर सुबह आंख खुली तो साकार करने का वक्त आया
तन मन समर्पण करके देखेंगे
जो सपने देखे थे उन्हें साकार करके देखेंगे......
Post a Comment